नोट पर क्यों छपी होती है यह तिरछी लाइन है क्या आप जानते हैं जानिए पूरी जानकारी: नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में हम बात करने वाले हैं की नोट पर क्यों छुट्टी होती है तिरछी लाइन है आखिर यह क्या है अगर कभी आपकी नजर इन लाइनों पर पड़ी होगी तो आपने जरूर सोचा होगा कि यह लाइन का माजरा क्या है दोस्तों यह लाइन नोट की कीमत के हिसाब से घटती बढ़ती है क्या आपने यह सोचा है कि आखिर नोट के ऊपर यह लाइन क्यों होती है तो चलिए जानते हैं इस जानकारी को विस्तार से
ब्लड मार्क्स क्या है
- दोस्तों में आपकी जानकारी के लिए बता देना चाहती हूं की नोटों पर बनीं इन लकीरों को ब्लीड मार्क्स कहते हैं
- और ये ब्लीड मार्क्स विशेष रूप से दृष्टिहीन या नेत्रहीन लोगों के लिए बनाएं गए हैं
- दृष्टिहीन लोग नोट पर बनी इन लकीरों को छू कर आसानी से बता सकते हैं कि यह कितने रुपए का नोट है
- इसी कारण ₹50 ₹100, ₹200, ₹500 और ₹2000 के नोटों पर अलग-अलग संख्या में लकीरें बनाई गई हैं। जिससे दृष्टि बाधित लोगों को आसानी हो सके
नोट पर छपी लकीरे कैसे बताती है उसकी कीमत
- ₹100 के नोट में दोनों तरफ चार-चार लाइने बनी होती हैं जिसे छू कर दृष्टिबाधित लोग समझ जाते हैं कि ये 100 रुपये का नोट है इससे दृष्टि बाधित लोगों को काफी फायदा हुआ है
- ₹200 के नोट के दोनों किनारे पर चार-चार लकीरे होती हैं और साथ ही साथ दो-दो जीरो भी लगे होते हैं जिससे पता चल जाता है कि यह ₹200 हैं।
- ₹500 के नोट पर पांच लाइनें नोट के दोनों तरफ बनाई गई है जिससे यह पता चलता है कि यह नोट ₹500 का है
- और ₹2000 के नोट में दोनों तरफ 7-7 लकीरें बनाई गई हैं
- इन लकीरों के माध्यम से दृष्टिबाधित या दृष्टिहीन लोग नोट की सही कीमत को पहचान लेते हैं और नोट पर यह लाइनों का तरीका काफी हद तक कारगर रहा है
Conclusion :- तो दोस्तों आज हमने आपको नोट पर क्यों छपी होती है यह तिरछी लाइन है क्या आप जानते हैं जानिए पूरी जानकारी के बारे में विस्तार से और आसान तरीके से समझाया और हम आशा करते हैं कि आपको जरूर कुछ नया सीखने को मिला होगा अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया है तो इससे ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिएगा और इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई राय है तो कृपया हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं
साथ ही हमारे इस नोट पर क्यों छपी होती है यह तिरछी लाइन है क्या आप जानते हैं जानिए पूरी जानकारी आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद